व्यापार इनिशियेटिव एवं परियोजना प्लानिंग (बीडीपीएम)
व्यापार विकास एक ऐसा कार्य है, जो संगठन की दीर्घावधि प्रतिष्ठाद स्था पित करने के लिए व्यापारिक उपक्रम एवं परियोजना योजना (बिप्प) प्रभाग द्वारा किया जा रहा है। प्रभाग ने व्यापपार उपक्रम एवं परियोजना योजना संबंधी कार्य एक साथ किए जाने के लिए अपने लक्ष्यर तैयार किए हैं। यह परियोजना मोड में अनुसंधान एवं विकास के लिए वैश्वि्क अवसरों की पहचान करता है और साथ ही उपयुक्तज परियोजना प्रबंधन भी सुनिश्चित करता है।
प्रभाग बाज़ार में प्रतिस्प र्धी लाभ अर्जित करने के लिए स्वतयं में महत्व्पूर्ण बदलाव लाया है। यह परिवर्तन भारत सरकार की प्रमुख योजनाओं जैसे मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया, स्वरस्थब भारत, नमामि गंगे, स्माेर्ट सिटी/स्मालर्ट विलेज, खा़द्य एवं कृषि, सामरिक इत्या्दि जैसे क्षेत्रों में प्रभाग द्वारा अवसरों की पहचान में दिखाई गई सक्रियता से परिलक्षित होता है। इसके अनुसरण में व्यारपार विकास समूह ने नवीन बाज़ारों की खोज कर उन्हेंत संगठन द्वारा विकसित विभिन्ना प्रौ़द्योगिकियां हस्तांबतरित कीं।
क्रियाकलाप
प्रौद्योगिकी हस्तांतरण
सीएसआईआर-सीएसआईओ ने अपनी परिकल्पनाओं को साकार करने के प्रयासों में संस्थान में विकसित प्रौद्योगिकियों को हस्तांतरित करने की गति में तीव्रता लाई है। संगठन के अनुसंधान कार्यों की सतत्ता में संवर्धन के उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए बिप्प प्रभाग कई प्रसारात्मक क्रियाकलापों में संलग्नत रहा और ये प्रयास सार्थक भी हुए। संस्थान द्बारा हस्तांतरित की गई प्रौद्योगिकियों की संख्या और इनसे सृजित राजस्व में लगातार वृद्धि हो रही है। . समझौता ज्ञापन संस्था न ने अपनी विशेषज्ञता एवं संसाधनों को प्रमुख संस्था नों एवं औद्योगिकी भागीदारों के साथ सांझा करने के लिए विभिन्नए समझौता ज्ञापनों के माध्यमम से अनुसंधान एवं विकास-शिक्षा संस्थाेनों-उद्योगों के साथ संपर्क बढ़ाने को प्राथमिकता प्रदान की है। प्रौद्योगिकी प्रदर्शन सीएसआईआर-सीएसआईओ ने अपनी प्रौद्योगिकियों के प्रदर्शन के लिए विभिन्ना कार्यक्रमों में भाग लिया।
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